आओ चलो थोड़ा सा हंसते मुस्कुराते हैं, मिलकर हम सारे दर्द-गम भुलाते हैं। आओ चलो थोड़ा सा हंसते मुस्कुराते हैं, मिलकर हम सारे दर्द-गम भुलाते हैं।
उसे कहना नहीं आता, मुझे सुनना आता है। उसे कहना नहीं आता, मुझे सुनना आता है।
सोचता हूँ कुछ लिखूँ उनका आना या जाना लिखूँ सोचता हूँ कुछ लिखूँ उनका आना या जाना लिखूँ
तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी है, और नि तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी...
एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं। एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं।
दिल के इस चाल को दिमाग़ न पढ़ पाता है जब दो भाव चेहरे पे एक साथ आ जाता है दिल इस चाल को अक्सर आज़मात... दिल के इस चाल को दिमाग़ न पढ़ पाता है जब दो भाव चेहरे पे एक साथ आ जाता है दिल इस...